2023, 08 Jun
-अंकित सिंघल-
ग्वालियर/भोपाल। मध्यप्रदेश में साल के अंत में होने वाले चुनाव के लिये कांग्रेस पूरी तरह से तैयार दिखाई दे रही है। कांग्रेस बार-बार यह कह भी रही है कि कर्नाटक की झांकी अब मध्यप्रदेश में दिखेगी। बीते रोज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मध्यप्रदेश इकाई में यह कहकर दम भर दिया कि कर्नाटक में 136 सीटें हमने जीती और अब हम मध्यप्रदेश में 150 सीटें लायेंगे। राजनीतिक विश्लेषकों की माने तो मध्यप्रदेश में कमोवेश कर्नाटक जैसे ही हालात है। यहां स्थानीय समस्या, भ्रष्टाचार और दलबदलू बड़े मुददे हैं। कांग्रेस इसी को फोकस कर चुनाव मैदान में उतरेगी। जैसे कर्नाटक में कांग्रेस ने हाल ही में चुनाव लड़ा और बड़ी जीत हासिल की थी।
देश में मध्यप्रदेश राजनीति का एक बड़ा केन्द्र है। इस राज्य ने देश को बड़े-बड़े लीडर सौंपे है। जिनकी पूरी दुनिया में काफी तूती बोली है। इस राज्य से हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया, जनसंघ संस्थापक राजमाता सिंधिया, पूर्व लोकसभा स्पीकर श्रीमती सुमित्रा महाजन, दिवंगत मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह, कैलाश जोशी सरीखे नेताओं ने विश्व पटल पर अपना लोहा मनवाया है। परंतु इस राज्य ने पिछले पांच सालों में काफी राजनीतिक उतार चढ़ाव देखे हैं। आम चुनावों में कांग्रेस ने जहां भाजपा से सत्ता छीनी तो सवा साल बाद ही भाजपा के आपरेशन लोटस में कांग्रेस अपनी सत्ता गंवा गई। कांग्रेस नेता केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस को अलविदा कह भाजपा में शामिल हो गये थे। जिसके कारण दुखी मन से कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा और फिर शिवराज सिंह ने अपनी सरकार बनाई। लेकिन आज मध्यप्रदेश अजीब स्थिति में हैं। यहां स्थानीय से लेकर राष्ट्रीय मुददे हावी है। जिसमे स्थानीय समस्यायें विकराल रूप लेकर खड़ी है। भ्रष्टाचार का मुददा कांग्रेस बार-बार उठा रही है। हाल ही में महाकाल लोक में आंधी से उड़ी मूर्तियों पर भी कांग्रेस ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। वहीं प्रदेश में बेरोजगारी का स्तर बढ़ा है। वहीं महंगाई भी डायन बनकर किचिन में घुस गई है और लोगों का बजट हिलाकर रख दिया है। विभिन्न एंट्रेस एग्जाम, स्वास्थ्य व्यवस्था, सुरक्षा पर भी शिवराज सरकार पर बार-बार कांग्रेस हमला कर रही है।
राजनैतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस पहली बार नये रूप में सामने आती दिख रही है। वह लोकल से लेकर भ्रष्टाचार, अराजकता, महंगाई जैसे मुददे उठा रही है। जो प्रदेश में हावी है। जिसका जनता जनार्दन से सीधा सरोकार है। कांग्रेस ने हाल ही में अपने पांच वायदे भी सरकार बनने पर पूरा करने की बात कही है। जिनका सीधे जनता से ही सरोकार है। जिसमे पांच सौ में सिलेंडर और महिलाओं को 1500 प्रतिमाह बड़ा वादा है। जिस पर आम आदमी और महिलायें लटटू भी होती दिख रही है। हाल ही में भाजपा, संघ और कांग्रेस के सर्वों में भी भाजपा काफी पिछड़ती दिखी है। जिसके बाद भाजपा सरकार और संगठन में काफी हलचल भी देखने को मिली है। अब सभी गुटीय नेता एक साथ घूम रहे है। साथ ही लाड़ली बहना, सीखो कमाओ को शिवराज ने अपने ट्रंप कार्ड के रूप में पेश किया है। परंतु गुटबाजी सत्तारूढ दल में हावी है। कांग्रेस से आये एक नेता के कारण भी पार्टी में बगाबत हो रही है। खासकर चंबल संभाग और मालवा अंचल में इसका असर हो सकता है।
इधर कांग्रेस इसी का फायदा उठाकर भाजपा के पुराने नेताओं को पार्टी से जोड़ना चाहती है। जिससे आम जनता में एक अच्छा मैसेज जाये कि भाजपा में अपने स्तंभों की वैल्यू नहीं है और कांग्रेस उन्हें सहेजकर रख सकती है। कांग्रेस इस बार साल भर पहले से ही अपनी विधानसभा तैयारियों में लग गई थी। वो कहते है ना - दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है। वस कांग्रेस अब नये कलेवर और अंदाज में मध्यप्रदेश में अपना चुनाव लड़ने के लिये पूरी तैयार दिखाई दे रही है। कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का मानना है कि इस दफा कांग्रेस में सिर्फ जिताउ चेहरों को ही टिकट दिया जायेगा। संभावितों से उनकी विधानसभाओं में जमीन पर उतरने के लिये कह दिया गया है। सरकार के खिलाफ आंदोलन और जन-जन में कांग्रेस की रीति नीति पहुंचाने के निर्देश दिये गये है। कमलनाथ का स्पष्ट कहना है कि अगली सरकार मध्यप्रदेश में कांग्रेस की ही होगी। इधर बीते रोज दिल्ली में हुई मध्यप्रदेश कांग्रेस नेताओं और कांग्रेस आलाकमान की बैठक के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने साफ कहा कि हम मध्यप्रदेश में सरकार बनाने जा रहे हैं। 150 से ज्यादा सीटें लायेंगे। राहुल गांधी के इन बोलों के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस में ओर उत्साह भर गया है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार है और राजनैतिक विषयों पर अपनी पूरी गंभीरता से बात कहते हैं। )
ग्वालियर। भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंध संस्थान आईआईटीटीएम ने देश की प्रसिद्ध यूनीवर्सिटी जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के साथ एक अनुबंध एमओयू साइन किया है। जिससे अब देश भर के बच्चों को पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन की बेहतर शिक्षा मिलेगी । इससे संस्थान द्वारा संचालित बीबीए टीटी, एएमबीए टीटीएम एवं पीएचडी पर्यटन प्रबंधन कार्यक्रमों
ग्वालियर। विधायक जी फिल्म के निर्माता निर्देशक अक्षय गोठी ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार अब फिल्मों को बढावा दे रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी आने वाली फिल्म विधायक जी के लिए आगामी 30 जुलाई से होटल सनबीम में ऑडीशन अेस्ट होंगे। इसके लिए उन्हांेने ग्वालियर के युवाओं को अधिक से अधिक संख्या में पहुंचें।
निर्माता निर्देशक अक्षय गोठी ने आ
Editor:
Phone: 0751-2424800
Email: sandhyaduniya404@gmail.com
Link:
जनसम्पर्क विभाग, मध्यप्रदेशFollow us at: